वाहन पूजा विधि मन्त्र सहित एवं पूजन सामग्री
भारतीय संस्कृति में पूजा पाठ का बहुत महत्व बताया गया है | जब भी घर में कोई महत्वपूर्ण वस्तु घर में आती है तो उसकी पूजन की परम्परा रही है | भारतीय परिवारों में जब कोई नया वाहन घर में आता है तो सबके लिए यह एक बड़ी ख़ुशी का पल होता है | साथ ही इस वाहन के साथ हमारा जुड़ाव रहता है इसलिए यह वाहन हमारे लिए शुभ रहे इसके लिए भगवान की पूजा की जाती है और उनसे आशीर्वाद माँगा जाता है | जब वाहन घर में पहली बार आता है तब तो पूजा की ही जाती है साथ ही हर वर्ष दशहरे और दीपावली पर भी वाहन पूजा करना श्रेष्टकर रहता है |
वाहन पूजन सामग्री
-
[contact-form-7 id="14022" title="Contact form 1"]
- चन्दन
- रोली
- चावल
- मोली
- पिली सरसों
- नारियल
- निम्बू
- अगरबत्ती
- दीपक ( बत्ती तेल सहित )
- फल
- फूलमाला और फूल
वाहन पूजा विधि मंत्र सहित
- सबसे पहले अपने वाहन को अच्छे से धो लें और साफ़ करके घर के साफ़ स्थान पर खड़ा कर लें | यदि वाहन नया लिया है तो आपको उसे धोने की आवश्यकता नहीं है |
- अब अपने वाहन पर चन्दन से एक स्वस्तिक बनाएं |
- भगवान गणेश का ध्यान करते हुए उनसे प्रार्थना करनी है की जो पूजा हम जिस निमित्त से करने जा रहे है उसे सफल बनाए |
- पूजा के लिए सबसे पहले आपको 3 बार आचमन करना है |
- आचमन के पश्चात हाथ में कुशा, अक्षत, फूल दक्षणा और फूल रखकर संकल्प लें |
- संकल्प लेते समय मन्त्र में उस दिन की तिथि वार और वर्ष का उच्चारण करते हुए और अपने गोत्र का उच्चारण करते हुए भगवान से इस पूजा को सफल बनाने के लिए आशीर्वाद मांगना चाहिए |
- वाहन में भगवान हनुमान, माँ काली का वास माना जाता है साथ ही वाहन पूजा के समय माँ लक्ष्मी की भी पूजा की जाती है |
- कुछ स्थानों पर वाहन पूजा के समय विश्वकर्मा जी की भी पूजा की जाती है |
- पूजन में सबसे पहले लौटे के पानी से दोब या पान के पत्ते के द्वारा अपने वाहन के छींटे दें और उसे पवित्र करें और निम्न मन्त्र का जाप करें –
ॐ महाकाली नमः | ॐ रामचन्द्राय नमः | ॐ भैरवाय नमः | - स्नान करवाने के पश्चात वाहन के तिलक लगाएंगे और निम्न मन्त्र का जाप करेंगे –
ॐ महाकाली नमः | ॐ रामदूताय नमः| ॐ भैरवाय नमः | चन्दनं समर्पयामि | - अब वाहन के स्वामी देवी देवताओं को चावल अर्पित करेंगे |
- चावल अर्पित करने के बाद देवताओं को वस्त्र अर्पित करेंगे | वस्त्र अर्पित करने के लिए अपने वाहन के हैंडल पर 7 बार लपेटते हुए मोली धागा बांध दें | मौली लपेटते हुए आप भगवान गणेश और अपने कुलदेवताओं को स्मरण करते रहे |
- अब अपने वाहन को पुष्पमाला अर्पित करें | पुष्पमाला को इस तरह बांधे की उससे आपको वाहन चलाने में किसी तरह की कोई परेशानी ना हो | पुष्पमाला अर्पित करते समय आपको प्रथमपूज्य भगवान गणेश और घर के देवताओं का स्मरण करते रहे |
- पुष्पमाला के बाद सुगन्धित पुष्पों से अपने वाहन को समर्पित करें |
- अब आरती करने के लिए पूजा की थाली में धुप और दीपक प्रज्वलित कर लें | धुप में कपूर जलाकर अब आप आरती करें |
- आरती पूरी होने पर नैवैध के रूप में केला और निम्बू भगवान को अर्पित करें |
- निम्बू अर्पित करने के लिए निम्बू को खड़ा अपने वाहन के प्रथम टायर के आगे रखें और उसके आगे केला रखें | अब पीछे के टायर के आगे भी इसी तरह खड़ा निम्बू रखें और उसके आगे केला रखें |
- आपके वाहन को किसी की नजर ना लगे इसलिए एक नारियल की शिखा पर कपूर रख कर अपने वाहन के चारों ओर 7 बार घुमाएं इससे आपके वाहन को किसी की नजर नहीं लगती है |
- अब भगवान के नाम का स्मरण करते हुए वाहन के आगे नारियल फोड़ें |
- फोड़े गए नारियल के अंदर अच्छे से सिंदूर लगा लें |
- सिंदूर लगाने के बाद उसमें पिली सरसों डाल लें | अब इस नारियल को हाथ में लेकर 7 परिक्रमा कर लेवें |
- परिक्रमा करते समय ॐ महाकाली नमः | ॐ रामदूताय नमः | ॐ भैरवाय नमः | का उच्चारण करते रहे |
- इसके बाद सभी देवताओं से प्रार्थना करनी है यह वाहन हमारे लिए सुखदायक हो |
- इसके उपरांत आपको अपने वाहन को चलाना है और निम्बू को फोड़ना है |
- अब वाहन को प्रणाम करते हुए पूजन पूर्ण होता है |
निष्कर्ष
इस तरह आप अपने वाहन की पूजा कर सकते है | यदि आप चाहते है की पंडितजी पुरे विधि विधान और मंत्रोच्चार से आपकी पूजा करवाएं तो आप स्मार्टपूजा के द्वारा अपनी वाहन पूजा पैकेज की बुकिंग कर सकते है | स्मार्टपूजा के द्वारा आप ऑनलाइन अपनी पूजा बुकिंग कर सकते है या फिर एक कॉल करके कोई भी पूजा पैकेज को बुक कर सकते है | स्मार्टपूजा के पूजा पैकेज में आपको मिलता है पूजा के लिए शुभ मुहूर्त जानने की सुविधा, पूजन सामग्री और विधि विधान से पूजन करवाने के लिए अनुभवी पंडित की सुविधा |